दो परछाइयों को कार से उतरकर कचरे के ढेर में कुछ फेंकते देखा। दो परछाइयों को कार से उतरकर कचरे के ढेर में कुछ फेंकते देखा।
समय की आग में बहुत कुछ बदल जाता है। नहीं बदलती है तो बस ज़िंदगी की जद्दोजहद। कोहरे की तरह यह ज़िंदगी क... समय की आग में बहुत कुछ बदल जाता है। नहीं बदलती है तो बस ज़िंदगी की जद्दोजहद। कोहर...
वो मुझे साथ लेकर गया, उसे चुपचाप इंसान ढूंढना था| वो मुझे साथ लेकर गया, उसे चुपचाप इंसान ढूंढना था|
लघुकथा छोटी होती है कम समय में पढ़ी जा सकती है। लघुकथा छोटी होती है कम समय में पढ़ी जा सकती है।
“आपको यह मृदा चाहिए थी और कदाचित यह आपकी अंतीम इच्छा होगी जिसे मै अवश्य पुर्ण करुंगा।” “आपको यह मृदा चाहिए थी और कदाचित यह आपकी अंतीम इच्छा होगी जिसे मै अवश्य पुर्ण कर...